फुसलौना



मैं और तुम
तुम और मैं
अपनी धुरी पे घूमते
अक्सर बदल लेते हैं किरदार
जैसे सातों रंग
घूम कर हो जाते हैं एक
वैसे ही
हिज्र ओ विसाल
होतें हैं एक

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