लम्हा ए फजूल

फूल खिले तो
तोड़ के उनको
गूंथा उसने
तागे में
जब सूख गए,
तो उसने तागा
फेंक दिया।
तुम ही बोलो
वो करता क्या 
गाँठ लगे इस तागे का



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