कथा



लाल, नीला, पीला
तीन सत्य थे ...
लाल कहता मैं परम  !
नीला कहता मैं  !
पीला मौन रहा...
पीले से
लाल और नीले ने पूछा...
पीले ने कहा ,
तुम मुझमे आओ...
ढूंढो
मेरा ओर छोर ...
दोनों उतरे ..
फिर
यात्रा से ऊब
बाहर आ गये ..
अब
केसरिया
और हरा
दो रंग हैं
लड़तें हैं परम कौन
   पीला आज भी मौन ।



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