शुक्रिया


तुम थे
तो कभी मेरी रूह
तुम्हारी रूह से
मिलना चाहती थी ..
जिस्म
बस देखना...
कभी
जिस्म की  चाह थी
बस
जिस्म ..!
तुम्हारे बाद
जो घटा
उस से...
मेरा जिस्म
मेरी रूह
एक हुए !

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